जोल्हूपुर में चैकिंग के दौरान ट्रको द्वारा सडक पर गिराई गई अबैध बालू की खरीद फरोख्त का चल रहा खेल
हरिश्चन्द्र दीक्षित बापू रिपोर्टर कालपी
कालपी(जालौन)। जोल्हूपुर मे चैकिंग के दौरान ट्रको द्वारा सडक पर गिराई गयी अवैध वालू की खरीद फरोख्त का भी खेल चल रहा है। जिसके माध्यम से शासन को राजस्व का को नुकसान पहुँचाया जा रहा है और खेल अर्से से जारी है। वालू के अवैध परिवहन पर लगाम लगाने के लिए एस डी एम सुशील कुमार सिंह की अगुआई में अभियान चलता ही रहता है और इस आकस्मिक चैकिंग के खेल मे कभी कभार ट्रक संचालक ऐसी जगह आकर फंस जाते हैं जहां से बचना मुश्किल ही नही बल्कि नामुमकिन हो जाता है ऐसी हालत मे वह वालू को खाली करना ही मुनासिब समझते हैं और ऐसी नौबत अक्सर ही सामने आ जाती है जिसकी वजह से जोल्हूपुर गांव से लेकर काँशीरामपुर तिराहा तक सुबह वालू के ढेर सडक पर पडे मिल जाते हैं लेकिन यह शाम तक खत्म भी हो जाते हैं इस अवैध वालू को कौन ले जाता है इसका जबाब किसी के पास भी नहीं होता है। जानकारो की माने तो ट्रको से गिराई गयी वालू प्रशासन की सम्पति हो जाती है जिसे खनिज विभाग द्वारा नीलाम किया जाना चाहिए लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं है और वालू कब गायब हो जाती हैं इसकी जानकारी किसी भी जिम्मेदार के पास नहीं होती है। जानकारो की माने तो ट्रको द्वारा गिराई गयी वालू की खरीद एवं बिक्री में एक होटल संचालक की बडी भूमिका रहती है जिसके माध्यम से ही वालू की खरीद बिक्री का खेल चलता आ रहा है।
वालू के इस खेल मे जिम्मेदारो की भूमिका पर भी सवाल
ट्रको के द्वारा कार्यवाही से बचने के लिए गिराई गयी इस अवैध वालू का खेल ऐसे नही चल रहा बल्कि इस खेल मे इसका कारोबार करने वालो के साथ जिम्मेदारो की भूमिका भी सन्देह के दायरे में है जिससे हाईवे से ही दिनदहाडे ट्रको द्वारा गिराई गयी वालू गायब हो जा रही है । ग्रामीणो की माने तो सब कुछ दिनदहाडे और अर्से से चल रहा है लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने वालू की खरीद बिक्री के खेल पर ध्यान नही दिया है।
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