रामपुरा पुलिस के कृत्य से मीडियाकर्मियों में आक्रोश

 

एसडीएम को ज्ञापन देतेे आइरा के पत्रकार


कोंच से पी. डी. रिछारिया वरिष्ठ पत्रकार

* पत्रकारों के खिलाफ मुकदमों को समाप्त कराने की सीएम से मांग, एसडीएम को दिया ज्ञापन

कोंच। रामपुरा पुलिस द्वारा पत्रकारों के खिलाफ लिखे गए फर्जी मुकदमों को लेेकर यहां के मीडिया कर्मियों में जबर्दस्त आक्रोश है। दर्जनों पत्रकारों ने ऑल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसियेशन के वैनर तले मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम अशोक कुमार को देकर दर्ज फर्जी मुकदमों को तत्काल समाप्त कराए जाने की मांग की है।

ऑल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसियेशन (आइरा) के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सोनी की अगुवाई में पत्रकारों के एक प्रतिनिधि मंडल ने गुरुवार को एसडीएम अशोक कुमार से मुलाकात कर उन्हें सीएम को संबोधित एक ज्ञापन दिया जिसमें कहा गया है कि जनपद जालौन के विभिन्न थानों में पुलिस ने बिना किसी जांच पड़ताल के तमाम पत्रकारों के खिलाफ मनमाने ढंग से मुकदमे दर्ज किए हैं जबकि शासन के साफ निर्देश हैं कि बिना जांच के मुकदमे नहीं लिखे जाएंगे। रामपुरा पुलिस ने पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर 24 दिसंबर को पत्रकारों राकेशकुमार, प्रदीप बॉथम, सौरभकुमार आदि के खिलाफ आईपीसी की धारा 332, 509, 504 में एफआईआर दर्ज की है जो नितांत गलत है। पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पत्रकारों के खिलाफ नियमों को ताक पर रख कर जो मुकदमे लिखे गए हैं उन्हें तत्काल समाप्त किया जाए। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि सीएचसी रामपुरा में सीसीटीवी कैमरेे लगे हुए हैं उनके फुटेज देख लिए जाएं कि क्या पत्रकारों ने कवरेज के दौरान पत्रकारिता के नियमों के इतर कोई आचरण किया है या केवल डॉक्टर अमित ने जो आरोप लगाए हैं वह पत्थर की लकीर बन गए हैं। इस दौरान जितेन्द्र सोनी, राहुल पाटकार, अशफाक अहमद, अरविंद दुवे मंटू, संदीप अग्रवाल, विवेक द्विवेदी, काजी सिराजउद्दीन, पुष्पेन्द्र द्विवेदी, राजकुमार दोहरेे, हरीमोहन याज्ञिक, हरगोविंद खुराना, सद्दाम हुसैन, पवन तिवारी, अनुज पाटकार,  मुनीश शर्मा, जहांगीर मंसूरी आदि मौजूद रहे।

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