उपलब्धियों में जेनेटिक्स का बड़ा योगदान मानते हैं अश्विनी

कोंच से वरिष्ठ पत्रकार पीड़ी रिछारिया की रिपोर्ट
कोंच। कस्बे के होनहार अश्विनी शुक्ला का यूपीएससी में 423वीं रैंक हासिल करना कोंच नगरवासियों के लिए गौरव का विषय है। अश्विनी के लिए भी यह एक अविश्वसनीय पल था जिसे वे भगवान की कृपा और सभी के आशीर्वाद का परिणाम मानते हैं। उनका यह भी मानना है कि इस तरह की उपलब्धियों में जेनेटिक्स का बड़ा योगदान होता है। अश्विनी शुक्ला ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पूरे परिवार को दिया। उनका कहना है कि भारत से लेकर ओवरसीज तक फैले हर सदस्य ने उन्हें निरंतर प्रोत्साहन दिया। विशेष रूप से उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए यह उपलब्धि महत्वपूर्ण बताई, क्योंकि उनके कई मित्रों के लिए यह संभव नहीं हो पाया था। उन्होने कहा, सैनिक स्कूल और देहली यूनिवर्सिटी में शिक्षा ने उनके व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अश्विनी शुक्ला का मानना है कि बच्चों को विविध अवसर और एक्सपोजर मिलना चाहिए। उन्होंने अपने शिक्षकों के योगदान को भी स्वीकार किया जिन्होंने प्रारंभिक स्तर पर उन्हें मजबूत आधार प्रदान किया।
अपने पिता के संघर्षों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे टीवी रिपेयरिंग की दुकान चलाते हुए भी उन्होंने परिवार का पालन-पोषण पूरे आत्मविश्वास के साथ किया। आध्यात्मिक सहयोग के बारे में उन्होंने वैष्णो देवी यात्रा का उल्लेख किया जहां उन्होंने सफलता की प्रार्थना की थी। पारिवारिक विरासत को लेकर अश्विनी शुक्ला ने अपने दादा (एडीएम एवं जुडिशियल मजिस्ट्रेट) परदादा (चेयरमैन) और भाइयों (लेफ्टिनेंट कमांडर एवं अन्य उच्च पदों पर) की उपलब्धियों का उल्लेख किया और कहा, वे अपने दादा स्व. भगवान दास शुक्ला की विरासत को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
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