'आततायियों का प्रतिकार करने की सीख देते हैं भगवान परशुराम'
कोंच से वरिष्ठ पत्रकार पीड़ी रिछारिया की रिपोर्ट
* ब्राह्मण महासभा परिसर स्थित मंदिर पर मनाया गया भगवान परशुराम का प्राकट्योत्सव
कोंच। भगवान परशुराम का प्राकट्योत्सव यहां ब्राह्मण महासभा परिसर स्थित परशुराम मंदिर पर मनाया गया। महासभा के संस्थापक अध्यक्ष सर्वाचरण वाजपेयी ने बतौर मुख्य अतिथि कहा, ब्राह्मण 'सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वे संतु निरामया' की अवधारणा के साथ समूची सृष्टि के कल्याण की कामना करने वाला है। भगवान परशुराम ने आततायियों का जोरदारी के साथ प्रतिकार करने की शिक्षा दी है।
ब्राह्मण महासभा एवं अंतरराष्ट्रीय जुझौतिया ब्राह्मण महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में गोखले नगर स्थित परशुराम मंदिर पर भगवान परशुराम का प्राकट्योत्सव मनाया। सबसे पहले भगवान का अभिषेक किया गया, तत्पश्चात हवन-यज्ञ राम सिया तिवारी के आचार्यत्व में किया गया जिसमें यजमान की भूमिका अलिकेश अवस्थी व अनिरुद्ध मिश्रा ने निभाई। विद्वान पंडित ब्रजमोहन तिवारी खैरी वाले ने भगवान परशुराम की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए विप्र समुदाय से आग्रह किया कि एक सूत्र में बंध कर सर्व समाज के कल्याण के लिए काम करें, अपने बच्चों को शिक्षित करें और उनमें अच्छे संस्कार डालें। इस दौरान दिनेश दुवे, विष्णुकांत शास्त्री, राहुल तिवारी, विनय तिवारी, सुधाकर चतुर्वेदी, रवि दुवे, विनय तिवारी, राजकुमार मिश्रा पचीपुरी सहित तमाम विप्र बंधु रहे।
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