जिला जज द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का फीता काट कर किया गया उद्घाटन, 1,81,857 मामलों का हुआ निस्तारण

उरई(जालौन)। आज 10 मई को प्रातःकाल 10.30 बजे माननीय जनपद न्यायाधीश श्री अचल सचदेव द्वारा फीता काटने के उपरान्त मां सरस्वती पर माल्यार्पण करके दीप प्रज्ज्वलित करते हुये राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत् उद्घाटन किया गया। जनपद की सभी तहसीलों मे स्थित दीवानी न्यायालयों में भी उक्त आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश एंव समस्त न्यायिक अधिकारीगण उपसिथत रहें।  राष्ट्रीय लोकअदालत में निस्तारित वादों की जानकारी देते हुए सचिव/अपर जिला जज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती पारुल पॅवार द्वारा बताया गया कि आज जनपद न्यायाधीश श्री अचल सचदेव के कुशल मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में माननीय जिला जज द्वारा 11 मुकदमों का निस्तारण किया गया एवं मु0 4456918/- रू0 धनराशि पक्षकारों को दिलायी गयी। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि आज लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री मनोज कुमार सिंह गौतम द्वारा 23 मुकदमों का निस्तारण करते हुये भरण पोषण के मामलें निस्तारित किये। इनके द्वारा 02 वैवाहिक मामले प्रीलिटिगेशन स्तर के भी निपटाये गये। अपर कुटुम्ब न्यायाधीश श्री प्रवीण कुमार पाण्डेय द्वारा 13 मुकदमों का निस्तारण किया गया। मोटर     दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी श्री अनिल कुमार वशिष्ठ द्वारा 81 मामलों में विपक्षी बीमा कम्पनियों से पीड़ित याचीगण को 5900000/-रू धनराशि क्षतिपूर्ति के रूप में दिलायी गयी। जिला उपभोक्ता संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार द्वारा 05 मुकदमो का निस्तारण करते हुये 1469488/- रू0 याचीगण को दिलवाये गये। इसी क्रम में स्थायी लोक अदालत (पी0यू0एस0) के अध्यक्ष श्री राजवर्धन गुप्ता द्वारा भी 03 मुकदमा में पक्षकारों के मध्य सुलह कराते हुये उन्हें विवाद से राहत प्रदान की गयी। अपर जिला जज-प्रथम श्री सुरेशू कुमार गुप्ता द्वारा 10, विशेष न्यायाधीश (एस0सी0/एस0टी0 एक्ट) डाॅ0 अवनीश कुमार द्वितीय द्वारा 01, विशेष न्यायाधीश (ई0सी0 एक्ट) श्री भारतेन्द्र सिंह द्वारा विशेष प्रयास करते हुये विद्युत अधिनियम के 211 मुकदमों का निस्तारण किया गया। 

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक खरे द्वारा कुल 2705 आपराधिक वादों का निस्‍तारण किया गया। सिविल जज सी0डि0 श्री अर्पित सिंह द्वारा सिविल के 06 फौजदारी के 31 वादो में पक्षकारों के मध्य सुलह समझौता कराया गया। 

सिविल जज सी0डि0/एफ0टी0सी0 श्रीमती अनुकृति सन्त द्वारा दीवानी का 03 व फौजदारी के 40 वाद, वाह्य न्यायालय कोंच के न्यायिक अधिकारी मो0 फरहान द्वारा 08 दीवानी प्रकृति एवं फौजदारी प्रकृति के 178, सिविल जज जू0डि0 जालौन श्रीमती अंकिता सिंह पंचम द्वारा कुल 338 वादों का, अपर सिविल जज जू0डि0 जालौन श्री जावेद खाॅन के द्वारा दीवानी के एवं फौजदारी के 187 और कालपी दीवानी न्यायालय के न्यायिक अधिकारी श्री अभिशेक चौधरी द्वारा दीवानी के 02 एवं फौजदारी के 459 एवं अपर सिविल जज जू0डि0 कालपी श्री सुधांशु सिंह के द्वारा फौजदारी के 56, न्यायालय सिविल जज (जू0डि0)/एफ0टी0सी0/सी0ए0डब्ल्यू0 सुश्री शैलजा द्वारा 03, न्यायालय सिविल जज (जू0डि0)/एफ0टी0सी0/14 वित्त आयोग सुश्री निकिता सिंह-। द्वारा 04 एवं विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय उरई श्री राजा सिंह द्वारा कुल 09 मामलों का निस्तारण करते हुये विभिन्न न्यायालयों द्वारा 401350/-रू0 कोष में जमा कराये। ग्राम न्यायालय माधौगढ़ के न्यायाधिकारी श्री विनय कुमार चाहर द्वारा लोकअदालत में सहभागिता की गयी। आज राष्ट्रीय लोक अदालत में जिले की विभिन्न बैंकों के बकाया ऋण के 799 मामलों में समझौता कराया गया। इनके अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, अपर जिला मजिस्ट्रेट सहित सभी उप जिला मजिस्ट्रेट, नगर मजिस्ट्रेट और तहसीलदार न्यायालयों द्वारा राजस्व संहिता और फौजदारी के कुल 2582 मामलों सहित विभिन्न विभागों द्वारा प्री-लिटिगेशन प्रकृति के 174948 मामले निस्तारित किये गये। इस प्रकार जिला प्रशासन एवं न्यायालयों में 1,81,857/- मामलों को आज निस्तारित करते हुये राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।

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