डीएम, एसपी ने विधायक व प्रशासनिक अमले के साथ देखी बाढ प्रभावित क्षेत्र की हकीकत
कालपी (जालौन)। यमुना में आई बाढ से आम आदमी ही अस्त व्यस्त नही है बल्कि प्रशासन भी हलकान है प्रशासनिक अधिकारी बाढ से उपजे हालात का पल पल में जायजा ले रहे हैं। शुक्रवार शाम जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय,एसपी डाक्टर दुर्गेश कुमार,एसडीएम मनोज कुमार सिंह, सीओ अवधेश कुमार सिंह,खण्ड विकास अधिकारी सन्दीप कुमार तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ ग्रस्त मगरौल,पडरी के साथ यमुना किनारे बसे गांव शेखपुर गुढा, गुढा खास आदि प्रभावित गाँवो का मोटरवोट द्वारा जायजा लिया गया। इस दौरान बाढ का सबसे ज्यादा असर गुढा खास मे देखने को मिला जँहा अधिकांश घर पानी में डूबे हुए थे और लोगों को गांव के बाहर ऊँचाई स्थान पर शरण लेनी पडी है। डीएम ने क्षेत्रीय अधिकारियो को उक्त गांव के प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए है क्योकि अधिकांश लोगों की ग्रहस्थी खुले आसमान के नीचे है और बरसात भी हो रही है।
शासन से आई राहत सामग्री, प्रभावितो तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू
यमुना में आई बाढ से 4 गांव तो टापू बन गये है तो आधा दर्जन गाँवो का सड़क सम्पर्क टूटा हुआ है जिससे यहाँ के वाशिन्दों का आवागमन ठप पड गया है जिससे उन्हे अब मदद की दरकार है और इसके लिए शासन ने बडी मात्रा मे खाने पीने के साथ रोजमर्रा के इस्तेमाल की जाने वाली बस्तुए भी मँगवाई है। एसडीएम मनोज कुमार सिंह के मुताबिक सभी लेखपालो को प्रभावितो की सूची बनाने के निर्देश दिए गए शीघ्र ही सामग्री प्रभावितो को उपलब्ध कराई जाएगा।
मोटरवोट बीमार लाली के लिए बनी वरदान
यमुना बीहड पटटी का गांव देवकली क्षेत्र के अन्य गाँवो की तरह बाढ से प्रभावित है जिसका सड़क सम्पर्क भी टूटा हुआ है ऐसे मे अतर सिंह की 17 वर्षीय पुत्री लाली बीमार हो गई थी जिसके चलते परिजनो ने उसे गांव में मौजूद झोला छाप डाक्टर को दिखाया था लेकिन शुक्रवार को उसकी हालत देख डाक्टर ने हाथ खडे कर दिए थे पर मार्ग अवरूद्ध हो जाने के कारण वह उसे ले नही जा पा रहे थे लेकिन जैसे ही मामले की जानकारी ग्राम प्रधान बिल सिंह को हुई तो उन्होने प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गयी मोटरर वोट से सीएचसी कालपी में दाखिल कराया था जहां उसका इलाज चल रहा है।
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