बाढ़ की आशंका को देखते हुए लेखपालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए एसडीएम ने
कोच से वरिष्ठ पत्रकार पीड़ी रिछारिया की रिपोर्ट
* एसडीएम ने एडवाइजरी जारी की, बिना वजह कोई ग्रामीण पानी प्रभावित इलाके में न जाए
* करई बांध से पानी छोड़े जाने के बाद सेता व मंगरा गांव में नरिया हुई ओवरफ्लो
कोंच। लगातार हो रही बारिश और ऊपरी इलाकों से छोड़े जा रहे पानी के बाद तहसील क्षेत्र में आने वाले बाढ़ प्रभावित इलाकों में एसडीएम ज्योति सिंह ने भ्रमण किया और एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोई भी ग्रामीण, चरवाहे और किसान जलभराव वाले इलाकों में कतई न जाएं। उन्होंने लेखपालों को भी अलर्ट पर रखा है और अपने-अपने गांवों में कैंप करने के निर्देश दिए। पिछले कई दिनों से ओवरफ्लो चल रहे करई बांध से छोड़े गए पानी के बाद कोंच तहसील के सेता व मंगरा गांव में नरिया ओवरफ्लो हो गई, जिससे उसका एक हिस्सा क्षतिग्रस्त भी हो गया। ग्रामीणों ने मौके पर जानकारी देते हुए बताया कि गांव में पानी घुसने के साथ ही खेत भी बुरी तरह जलमग्न हो गए हैं। दरअसल लगातार हो रही बारिश से उफनाए करई बांध से पानी छोड़े जाने के कारण मलंगा के तटवर्ती इलाकों में पड़ने वाले गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। सेता मंगरा गांवों में पानी घुसने के साथ-साथ खेत भी पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं जिससे ग्रामीणों और किसानों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। सेता मंगरा से इमलोरी खैरी और देवगांव को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग भी पानी में डूब चुका है। इसका संज्ञान लेकर एसडीएम ज्योति सिंह ने क्षेत्रीय लेखपालों को अपने-अपने गांव में कैंप करने और तहसीलदार व नायब तहसीलदार को लगातार भ्रमण कर कंट्रोल रूम को रिपोर्ट करने का निर्देश दिए हैं। एसडीएम ने बताया कि तहसील क्षेत्रांतर्गत आने वाले उन सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रशासन नजर रखे हुए है। अभी कहीं भी कोई बड़ा खतरा नहीं है। प्रशासन ने नाव और मल्लाहों की टीम बनाने का भी निर्देश दिया है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें